Gaur Saundaryam

Gaur Saundaryam सोसायटी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की Gaur Saundaryam सोसायटी में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे जोश और उत्साह से मनाया गया। सोसायटी में योग कार्यक्रम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ थीम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सोसाइटी के सभी लोगों ने एक साथ योग और प्राणायाम का सामूहिक रूप से अभ्यास किया। सोसायटी के निवासियों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ योग दिवस मनाया। योग के द्वारा लोगों को स्वस्थ रहने के लिए अभिप्रेरित किया गया। कार्यक्रम में सोसायटी के वयस्क, महिलाओं और बच्चों समेत काफी संख्या में लोगों ने भाग लेकर योग और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई।

योग दिवस का इतिहास
कोरोना काल के बाद योग का महत्व अधिक बढ़ गया। संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से लोग योग अभ्यास करने लगे। लेकिन इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 से हो गई थी। इस वर्ष ही पहली बार पूरे विश्व में योग दिवस मनाया गया था। 27 सितंबर 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त महासभा में दुनिया के तमाम देशों से योग दिवस को मनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार करते हुए महज तीन माह के अंदर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया। जिसके बाद अगले वर्ष 2015 में पहली बार विश्व ने योग दिवस मनाया।

21 जून को क्यों मनाते हैं योग दिवस?
योग दिवस को मनाने के लिए एक दिन सुनिश्चित किया गया, जो कि 21 जून है। 21 जून को योग दिवस के तौर पर मनाने की वजह भी है। इस तारीख को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए असरदार है। इस कारण प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम
योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस थीम से तात्पर्य धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *