हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग (Hathras Stampede) के दौरान हुई भगदड़ मामले में योगी सरकार फुल एक्शन मोड में है। सीएम योगी ने बीते दिन घटना की जानकारी मिलते ही उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा था, साथ ही पूरे मामले की जानकारी ली थी। अब वो बुधवार को बारिश के बीच हाथरस पहुंचे और घायलों का हाल-चाल जाना। साथ ही प्रत्यक्ष कॉन्टेबल से मिलकर घटना के बारे में तस्दीक भी की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को स्वयं हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और फिर सीएम योगी सीधे हाथरस जिला अस्पताल गए, जहां उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों का हाल चाल जानना और डॉक्टरों को सभी घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
इसी के साथ ही बारिश के बीच सीएम घटनास्थल पर भी पहुंचे, जहां उन्हें अधिकारियों ने पूरा घटना का ब्यौरा दिया। आपको बता दें, मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में करीब 121 लोगों की जान चली गई थी और करीब 150 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
हादसे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस पहुंचे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी हासिल की और महत्वपूर्ण दिशा निर्देश भी प्रदान किए। इसके बाद सीएम योगी हाथरस जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से बात की। वो हर एक बेड पर जाकर घायलों से मिले और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने घायलों से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और इलाज के संबंध में भी चर्चा की। सीएम ने घायलों के परिजनों से भी विस्तार से बात की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से भी घायलों की स्थिति के विषय में जाना और समुचित उपचार के निर्देश प्रदान किए। इस दौरान सीएम योगी मृतकों के परिजनों से भी मिले और उनके साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी ली और साथ ही अपनी ओर से सांत्वना और संवेदना भी प्रकट की।
सीएम योगी ने पुलिस लाइन में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से भी मुलाकात कर हादसे के विषय में जानकारी ली। घटना की प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने सीएम को पूरी घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। खासतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं भगदड़ का शिकार बनीं। वो उठना चाह रही थीं, लेकिन उठ नहीं सकीं, क्योंकि एक के बाद एक महिलाएं उनके ऊपर गिरती चली गईं।