गुरुग्राम। उमस भरी गर्मी से इन दिनों लोग काफी परेशान है। दिन भर पसीनों के चलते काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। कूलर और पंखे की हवा से भी लोगों के राहत नहीं मिल रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 15 जुलाई से लेकर 18 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, लेकिन रविवार को भी बारिश नहीं होने से लोगों के हाथ मायूसी ही लगी।
मौसम में आए बदलाव के चलते रविवार को पानीपत शहर के आधे हिस्से में बारिश हुई। शनिवार दोपहर सेक्टर-12 से समालखा तक बूंदाबांदी हुई। रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे से संजय चौक से करनाल की तरफ बारिश हो रही है। बारिश थमने के तुरंत बाद धूप निकल आई। इससे उमस बढ़ गई। रविवार सुबह 3 से 5 किलोमीटर की रफ्तार से पूर्वी-पश्चिमी हवाएं चलती रहीं। बारिश कहीं तेज तो कहीं धीमी रही। करीब 40 मिनट बाद बारिश थम गई।
आईएमडी के अनुसार जुलाई में अब तक सिर्फ 9 एमएम बारिश हुई है। हरियाणा में मानसून कमजोर पड़ गया है। 18 जुलाई के बाद इसके फिर से सक्रिय होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से मानसून कमजोर पड़ गया है। अगले 24 घंटों में प्रदेश में एक-दो स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है। लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर धूप खिली रहेगी।
बता दें कि शनिवार को भी प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई थी और कुछ स्थानों पर बादल छाए रहे थे। मौसम में नमी के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में हरियाणा में तापमान में और बढ़ोतरी होगी। हरियाणा में अधिकतम तापमान 38 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जो 40 डिग्री या इससे अधिक तक जा सकता है। वहीं उत्तर-पश्चिमी हवा के कारण वातावरण में नमी बनी रहेगी।
दिन और रात दोनों समय तापमान में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में अभी भी 9 जिले ऐसे हैं, जहां इस महीने सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें पानीपत में सामान्य से 92 फीसदी, करनाल में 83, रोहतक में 80, सोनीपत में 71, पंचकूला में 60, यमुनानगर में 50, कैथल में 48, अंबाला में 40 और जींद में 35 फीसदी कम बारिश हुई है। बाकी जिलों में बारिश सामान्य या इससे अधिक हुई है।
राज्य में उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेंगी, जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी। आज से मानसूनी हवाओं की सक्रियता में थोड़ी कमी आने की संभावना के चलते कहीं-कहीं हल्की बारिश या छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। हरियाणा में 18 जुलाई के बाद मानसून एक बार फिर सक्रिय हो सकता है।