गाजियाबाद। राजेंद्र नगर सेक्टर-तीन स्थित किराए के फ्लैट में युवतियों से अश्लील वीडियो चैट कराकर पैसे कमाने के धंधे का भंडाफोड़ हुआ है। शालीमार गार्डन पुलिस ने छापे की कार्रवाई में मास्टरमाइंड और सरगना समेत छह युवतियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी वेबसाइट पर अश्लील वीडियो चैट से पहले कूपन रिचार्ज के बहाने ग्राहकों से रकम वसूलती थीं। सरगना अपना रैकेट चलाने के लिए ‘जॉब है’ नामक ऐप पर आवेदन करनी वाली युवतियों से सम्पर्क करता था। पुलिस ने इनके चार लैपटॉप और अन्य सामान को जब्त किया है।
एसीपी शालीमार गार्डन सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन की एक महिला ने ‘जाॅब है’ ऐप पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। एक जुलाई को राजबाग साहिबाबाद निवासी रविंद्र सिंह ने फोन से सम्पर्क कर अपने ऑफिस में 25 हजार रुपये वेतन पर वित्तीय सलाहकार बनने का ऑफर दिया। चार जुलाई को महिला उसके राजबाग स्थित घर के पास पहुंचीं। तो वह उन्हें गाड़ी में राजेंद्र नगर सेक्टर-3 स्थित ऑफिस पर ले गया। वहां पहले से कुछ युवतियां लैपटॉप पर अश्लील वीडियो चैट कर रही थीं। रविंद्र ने बोला कि उन्हें भी लोगों से इसी तरह वीडियो चैट करके पैसे ऐंठने हैं। इतना सुनकर उनके होश उड़ गए और विरोध किया जिस पर संचालक रविंद्र और महिला ट्रेनर व विवेक ने गाली-गलौज कर एसिड से जलाकर मारने की धमकी दी। वह काफी बुरी तरह डर गईं। वह किसी तरह संचालक और अन्य युवतियों को चकमा देकर वहां से भागकर चौकी पहुंच गईं। उपनिरीक्षक को मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने योजना के तहत शुक्रवार देर शाम छापे की कार्रवाई कर संचालक समेत छह युवतियों को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी के मुताबिक, रविंद्र ने बताया कि उसने अप्रैल महीने में 16 हजार रुपये किराए पर फ्लैट लिया था। उसने मालिक से कहा था कि वह परिवार के साथ रहने के लिए फ्लैट किराए पर ले रहा है। पुलिस जांच में आया कि वह वाहन इंश्योरेंस और एआरटीओ कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य कागजात बनवाने का काम भी करता है। वह महिलाओं और युवतियों को 20 से 30 हजार रुपये वेतन का लालच देकर अपने अश्लील कारोबार में शामिल करता था।
अश्लील वीडियो कॉल-चैट के लिए कराती थीं रिचार्ज
शालीमार गार्डन थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार के मुताबिक, रविंद्र ने अपने ऑफिस में लग्जरी कमरा बनाया हुआ था। वहां बेड और बाथरूम से लेकर अन्य प्रकार की सुविधाएं हैं। वह ‘जॉब है’ ऐप के माध्यम से युवती व महिलाओं के नंबर लेकर सम्पर्क करता था। इसके बाद युवतियों को ऑफिस में ले जाकर उनसे स्पेयरमेट डॉट कॉम व अन्य वेबसाइट से दूर-दराज के लोगाें से अश्लील वीडियो चैट कराता था। पांच से दस मिनट चैट के लिए युवतियां सबसे पहले लोगों से 250, 500, 1000, 2000, 5000 और उससे अधिक का कूपन रिचार्ज कराती थी।
आर्थिक रूप से कमजोर और बड़े घरों की युवतियां शामिल
पुलिस जांच में आया कि इस अश्लील कारोबार में शामिल युवतियां, बी.कॉम और 12वीं व नौवीं पास हैं। इन सभी को 20 से 30 हजार रुपये के बीच वेतन दिया जाता है। एक युवती दिल्ली में एक पार्षद की बेटी है तो दूसरी के माता-पिता का देहांत हो चुका है या फिर पिता के देहांत के बाद मां ने दूसरे युवक से शादी कर ली और उसे अकेला छोड़ दिया। इसके अलावा एक युवती पर माँ-पिता की मृत्यु के बाद पांच भाई-बहन को पालने की जिम्मेदारी है। वह ग्रेजुएशन तक पढ़ाई कर चुकी है। उसने भी ‘जॉब है’ ऐप पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। उसके जरिए संचालक के जाल में फंस गई। फिलहाल पुलिस ने फ्लैट मालिक से किराएदार अनुबंध के कागजात मांगे हैं। पुलिस उनके कागजातों की जांच करेगी।