Fact Check Greater Noida West

फैक्ट चेक: क्या है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बच्चा चोरी करने वाली हथियारबंद महिला गैंग की सच्चाई…

गौतमबुध नगर। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में इन दिनों सोसायटियों से लेकर बाजारों तक बच्चा चोरी करने वाली हथियारबंद महिला गैंग की ख़बरों ने दहशत मचा रखी है। इस दहशत का आलम यह है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन महिलाओं की तस्वीरों को बाकायदा प्रिंट कराकर बहुत सी सोसायटी के एंट्रेंस गेट पर चस्पा किया गया है कि उनमे से कोई महिला सोसायटी में न घुसने पाए। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हर कोई आजकल सिर्फ इन्ही बच्चा चोर हथियारबंद महिला गैंग की बात कर रहा है और रोजाना इन महिला गैंग के सदस्यों के किसी न किसी सोसायटी में घुसकर नए कारनामों को अंजाम देने से जुड़ी कुछ घटनाओं की अफवाहें भी आम हो चली हैं।

क्या ग्रेटर नोएडा वेस्ट में वाकई में बच्चा चोरी करने वाला महिलाओं का कोई हथियारबंद गैंग सक्रिय हो गया है ? क्या अलग-अलग सोसाइटियों में महिलाएं अलग-अलग तरीके से बच्चा चोरी करने की घटनाओं में पकड़ी जा रही हैं ? या फिर यह सब किसी विशेष योजना के तहत ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटियों के नाम पर लगातार सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

बीते सप्ताह गौर सिटी की एक सोसायटी में एक महिला का पोस्टर लगा दिया गया और यह दावा किया गया कि वह महिला बच्चा चोरी करने वाली गैंग की सदस्य है। जिसके बाद पुलिस ने वहां पहुंचकर न सिर्फ वह पोस्टर हटाए बल्कि लोगों को ऐसी अफवाह फैलाने से भी मना किया।

इसी तरह की एक और घटना की जानकारी बीते बुधवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। इस जानकारी में बताया गया कि 10 हथियारबंद महिलाएं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रीन्स-2 हाउसिंग सोसाइटी में घुस गयी हैं। इस सूचना के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तमाम हाउसिंग सोसाइटियों में हड़कंप मच गया और लोगों के बीच दहशत का माहौल फ़ैल गया। बिना खबर की पुष्टि किये जल्दबाजी में कई मीडिया संस्थानों ने इस खबर को अपने न्यूज़ पोर्टलों पर बच्चा चोरी से जोड़ते हुए प्रकाशित भी कर दिया। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक दावा कर दिया गया कि महिलाओं के पास हथियार भी वहां के गार्डों ने पकड़े हैं। आनन-फानन में कई मीडिया संस्थानों ने सोशल मीडिया पर उड़ रही ऐसी तमाम अफवाहों को खबर बनाकर पुष्टि कर दी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों को बहुत सी सोसायटी के गेट पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से चस्पा कर दिया गया और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों में इन अफवाहों ने और भी दहशत फैला दी।

यह मामला बिसरख कोतवाली में पहुंचा। जहां पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि यह सभी घटना पूरी तरह से फर्जी थी। बिसरख पुलिस ने इन सब अफवाहों का खंडन करते हुए इसको फेक न्यूज़ बताया है। बिसरख थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर फ़ैल रही इन सूचनाओं को अफवाह बताया है। किसी भी सोसाइटी में कोई हथियारबंद महिला नहीं आई थी और न ही किसी को पकड़ा गया था। पुलिस ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शांति की स्थिति बनी हुई है। अगर कोई भी व्यक्ति शांति को भंग करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस अब केवल जमीन स्तर पर ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी नजर रखती है। जनपद में सोशल मीडिया के लिए एक अलग टीम का गठन किया गया है, जिससे इस तरह की फर्जी जानकारियों का समय पर पता लगाया जा सकता है।

माईनेशन न्यूज़ आप सभी पाठकों से आग्रह करता है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों से बचे और ऐसे किसी भी सन्देश या सूचना को बिना किसी पुष्टि के आगे ने भेजें।

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